फिर एक स्वतंत्रा दिवस। देश के प्रति अपनी भावनाएं अभिव्यक्त करने का दिवस। स्वयं पर स्वयं का शासन सेलीब्रेट करने का अवसर। हमारे यहाँ त्यौहार की विशाल श्रृंखला में राष्ट्ीय पर्व मनाने के कितने कम अवसर हैं। फिर भी हम देश के प्रति अपना प्यार दर्शाने के लिए गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस इन्ही दो दिवसों का इंतजार क्यों करते हैं?
थोडा ठहर का सोचिएगा कि अपने देश को प्यार करना हमारे लिए इतना मुश्किल क्यांे हैं ?
जाहिर है, देशभक्त युवाओं को यह बात स्वीकार नहीं होगी कि उनसे पूछा जाए के वे देश को प्यार करते हैं या नहीं। ये युवा अपने वाहनों पर तिरंगा लहराते हैं। अपने मोबाइल में देशभक्ति की हैलो ट्यून लगवाते हैं, वाॅलपेपर, डेस्कटाॅप, व्हाट्सएप, वेशभूषा सब तो देश के प्यार में रंगे होते हैं। फिर कैसे मान लें कि उन्हें इस दिन की परवाह नहीं। हमें इस देश से प्यार है कि नही इस देशभक्ति को किसी पैमाने से नहीं मापा जा सकता। इसके लिए सचमुच दिल पर हाथ रखकर खुद को ही कुछ ईमानदार जवाब देने होगें। तभी माना जाएगा कि आप देशभक्ति में कितने खरे हैं।
-क्या आप नशा करते हैं?
अगर इस प्रश्न का उत्तर हां है तो माफ कीजिएगा आप देश से प्यार नहीं करते। देश को सशक्त, संस्कारी और जोश से भरे युवाओं की आवश्यकता है। अगर आप नशे के शिकजे मंे फसे हैं। तो चाहे दिल में आपके कितनी ही देशभक्ति लहरा रही हो लेकिन देश के वह किसी काम की नहीं। अपनी रचनात्मक का आप एक प्रतिशत भी इस देश को नही दे सकते हैं। क्योकि नशा आपको इस लायक छोडता ही नहीं है। नशा आपके स्वयं पर नियंत्रण को छीन लेता है। आपकी सोचने-समझने की क्षमता को कमजोर कर देता है। जब आप नशे की हालत में होते हैं। तब सही गलत का अंतर भूल जाते हैं। खुद का भला भी नहीं सोच पाते फिर देश कि लिए वक्त कहां से निकालंेगे। अगर आप आपने आप को यंू बर्बाद कर रहे हैं। तो यकिन मानिए आप देश को बर्बाद कर रहे हैं। हां यह सही है कि आप देश से प्यार नही कर रहे हैं।
-क्या आप महिलाओं का सम्मान करते हैं ?
अगर इस प्रश्न का उत्तर देने में आपको सोचना पड रहा है। सीधे साधे प्रश्न को समझने में आपको वक्त लग रहा है। तो आप अपने आप से पूछिए कि क्या आप सचमुच देश से प्यार करते है। आप दोस्तों के साथ एकांत में लड़कियों को लेकर अश्लील टिप्पणी करते हैं। आप लडकियों की नाजुक भावनाओं से खिलवाड़ करते हैं। आप नेट पर आपत्तिजनक साइट ढूढते हैं। लड़किया आपके लिए मौज मस्ती का विषय हैं और सडक चलते, बसों और अन्य जगहो पर आप उन पर छींटाकसी करते हैं। तब तो आप को इस देश में रहने लायक ही नहीं माना जा सकता है। ऐसे में देशभक्ति की बात करना ही सरासर बेईमानी है।
-क्या आप सडक पर गंदगी फैलाते हैं?
इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए आपको अपनी आदतों का निष्पक्ष मुआयना करना होगा। पैदल, सड़क चलते, कार का दरवाजा खोलकर पान की पीक थूकते हैं, गंदी पाॅलीथिन, गुटके के पाउच और सिगरेट के टुकडे जहां-तहां फेंकते हैं। ऐतिहासिक स्थलों पर कोयले या चाॅक से प्रेम का इजहार करते हैं, किसी भी दीवार को बाथरूम समझ लेते हैं, घर का कूडा दूसरों के घर के सामने छोड़ आते हैं। तो खुद ही जबाब दीजिए कि ऐसा कैसा प्यार है। जो अपने ही प्यारे देश को गंदा और अव्यवस्थित करने पर तुला हुआ है। फिर भी आप कहते हैं कि देश से प्यार करते हैं। जब तो आपको खुद ही सोचना होगा आप क्या हैं। कहने को तो इस तरह के प्रश्नों की लंबी फेहरिस्त हैं। जिनके उत्तर आपको यह समझने में मददगार होंगे कि आपके मन में अपने देश के लिए कितना प्यार हैं। प्यार महज आई लव माई इंडिया जैसे शब्दो से ही जाहिर नहीं होता बल्कि आपके व्यवहार, रूचि और कर्मों से अधिक दिखाई पडता है। इस स्वतंत्रता दिवस पर अपनी आदतों का मूल्यांकन करें और मूल्यांकन कर देश के लिए अच्छे इंसान बनने की शुरूआत कीजिए। तभी हमारा प्यारा देश महान बनेगा।