19 अप्रैल 1997 को जब उनकी अंतिम यात्रा निकल रही थी तब उनके पार्थिव शरीर को 3 देशों (भारत, इंडोनेशिया और रूस) के राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा गया था। ऐसे बीजू पटनायक को भारत के साथ-साथ इंडोनेशिया में भी इतना सम्मान हासिल है तो इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है। बीजू पटनायक के निधन के बाद इंडोनेशिया में सात दिनों का राजकीय शोक मनाया गया था और रूस में एक दिन के लिए राजकीय शोक मनाया गया था एवं सारे झंडे झुका दिए गए थे।
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