भारतीय राजनीति की वह बेहद खुबसूरत महिलाएं जिन्हें ‘ब्यूटी विद ब्रेन’ माना गया   : जावेद अख्तर

भारत ने सौंदर्य और ग्लैमर के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित की है। हम कई बार मिस वर्ल्ड और मिस यूनिवर्स का खिताब जीत चुके हैं। हमारे देश के महिलाओं की खूबसूरती केवल इन खिताबों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वो राजनीति में भी अपना योगदान बखूबी दे रही हैं। कई महिलाएं हैं जितनी चर्चा उनकी सुंदरता को लेकर होती है, उतनी ही वह अपने राजनैतिक करियर को लेकर भी चर्चित हैं। आज सुरभि संदेश में आपको राजनीति में सक्रिय इन्हीं महिलाओं के बारे में परिचित करा रहे हैं।

आइये जानते हैं राजनीति में सक्रिय उन खुबसूरत महिलाओं के बारे में

नुसरत जहां

नुसरत जहां को बंगाल की ब्यूटी कहा जाता है। वह भारतीय फिल्म अभिनेत्री और राजनेता है। उन्होंने बंगाली सिनेमा में अपना विशेष स्थान बनाया है। इनका जन्म 8 जनवरी 1990 को कोलकाता में हुआ था। 2019 में इन्होंने ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से सक्रिय राजनीति में कदम रखा और तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में बशीरहाट से चुनाव लड़कर सांसद भी चुनी गईं। 
2019 में ही वह उद्योगपति निखिल जैन के साथ परिणय-सूत्र में बंधी। शादी के बाद जब वह मंगलसूत्र व साड़ी पहनकर दुल्हन के रूप में सांसद पहुंची तो सभी भौंचक थे। मुस्लिम त्यौहार के साथ ही वह हिंदू त्यौहार भी पूरी शिद्दत के साथ मनाती हैं। जिसके चलते उन पर कई बार फतवा भी जारी किया गया। चुनाव आयोग में दर्ज हलफनामे के अनुसार 12वीं पास नुसरत के पास 3 करोड़ की संपत्ति है। 

डिंपल यादव

अखिलेश की पत्नी होने के अलावा डिंपल की और भी पहचान हैं। मुलायम सिंह यादव की बड़ी बहू। एक बार निर्विरोध और लगातार दूसरी बार जीतने वाली कन्नौज की सांसद। परिवारवाद और पितृसत्ता वाली समाजवादी पार्टी में इतना लंबा सफर तय करने वाली एक महिला। 15 जनवरी 1978 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा में आर्मी परिवार में जन्मी डिंपन यादव को वर्ष 2009 में मुलायम की नाराजगी के बावजूद फर्रुखाबाद से चुनाव लड़ाया गया, तब वह बिल्कुल तैयार नहीं थीं। उस चुनाव में उन्हें राजबब्बर के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था। 
उनकी क्षमता को देखकर ये पता चल गया कि वो राजनीति के लिए नहीं हैं। वह ढंग से भाषण नहीं दे पाती थीं, जनता से बात करने का अनुभव नहीं था, खुद की कोई पहचान नहीं थी। उस समय उनकी राहुल गांधी से तुलना की जाती थी। तब से अब तक राहुल कितना बदले, वो सभी जानते हैं, लेकिन इन सालों में डिंपल में बहुत बदलाव आया है। 24 नवंबर 1999 को डिंपल और अखिलेश की शादी हुई। डिंपल और अखिलेश के प्यार की बगिया में उनके तीन फूल अदिति, अर्जुन और टीना है, जिसमें अर्जुन और टीना जुड़वा हैं। खास बात यह है कि वर्ष 2012 का लोक सभा उप-चुनाव उन्होंने निर्विरोध जीतकर उत्तर प्रदेश में एक कीर्तिमान स्थपित किया। डिंपल से पहले किसी अन्य महिला प्रत्याशी ने ऐसा कारनामा नहीं किया है। उनसे पूर्व पुरुषोत्तम दास टंडन ने उत्तर प्रदेश की इलाहाबाद पश्चिमी लोकसभा सीट से सन् 1952 में एक पुरुष प्रत्याशी में रूप में निर्विरोध जीत दर्ज की थी। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्हें कन्नौज सीट पर भाजपा के सुब्रत पाठक के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

दिव्या स्पंदना

जिस तरह से राहुल गांधी पिछले एक साल से सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं और अपनी बात को सोशल मीडिया के द्वारा आम जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं इसके पीछे उनकी सोशल मीडिया गुरु ‘दिव्या स्पंदना उर्फ रम्या’ का हाथ है। ‘ब्यूटी विद ब्रेन’ की उपाधि प्राप्त इस अदाकारा ने सोशल मीडिया पर पार्टी के रंग रूप को बदल कर रख दिया है। 
ब्यूटी विद ब्रेन अक्सर उन लड़कियों को कहा जाता है जो सुंदर तो होती ही हैं साथ ही उनका दिमाग उससे भी ज्यादा तेज होता है। 29 नवंबर 1982 को कर्नाटक के बेंगलुरू में जन्मी दिव्या कन्नड़ फिल्मों की अभिनेत्री रहीं हैं। दिव्या को ‘रम्या’ नाम फिल्मों में मिला। फिल्म इंडस्ट्री में उन्हें रम्या के नाम से ही जाना जाता है। दिव्या स्पंदना ने 2013 में राजनीति में कदम रखा और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की तरफ से कर्नाटक के मांड्या लोकसभा क्षेत्र से उप चुनाव लड़ीं और जीतीं भी। लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। वह सीएस पुत्तराजू से 5500 वोटों से हारी थीं। 

अंगूरलता डेका


देश के उत्तर पूर्व राज्‍य असम में भारतीय जनता पार्टी की सबसे कम उम्र की विधायक अंगूरलता डेका अपनी खूबसूरती को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। हो भी क्‍यों न, अंगूरलता राजनीति में आने से पहले जानी-मानी मॉडल और एक्‍ट्रेस रह चुकी हैं। 31 जनवरी 1986 को नलवारी आसाम में जन्मी अंगूरलता ने साल 2015 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के गौतम बोरा को हराकर बतड़रोबा विधानसभा सीट अपने नाम की थी। उन्होंने विधायक बनने के बाद संस्कृत भाषा में शपथ ग्रहण कर सबको हैरान कर दिया था। 

अल्का लांबा


अल्का लांबा अपनी तेजतर्रार छवि वाले राजनेता के अलावा अपनी सुन्दरता और खूबसूरती के लिए भी जानी जाती है । 21 सितंबर 1975 को दिल्ली में जन्मी अल्का लांबा ने मात्र 19 वर्ष की आयु में राष्ट्रीय छात्र संघ के छात्र नेता बनकर राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वह दिल्ली विश्वविधालय के अध्यक्ष के रूप में भी चुनी जा चुकी है। 2002 में, अल्का को अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के महासचिव भी नियुक्त किया जा चुका है। वह 2006 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा बन गईं। 
वर्ष 2013 दिसंबर में अल्का लांबा ने कांग्रेस छोड़ अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को चुना। दिल्ली में 2015 के विधानसभा चुनावों में उन्हें दिल्ली के चांदनी चैक निर्वाचन क्षेत्र के विधायक के रूप में निर्वाचित किया गया। 2019 में वह फिर से कांग्रेस पार्टी से जुड़ गई। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनावों में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। अलका लांबा समानता और मानवाधिकार मुद्दों पर एक सक्रिय प्रचारक भी हैं। इसके अलावा ‘गो इंडिया फाउंडेशन’ नामक एनजीओ भी चला रखी हैं। वर्ष 2010 में इसी एनजीओ के माध्यम से उन्होंने रक्त दान अभियान के लिए 65,000 लोगों को रक्त दान के लिए प्रेरित किया।

कुछ फोटो

डिंपल यादव पति अखिलेश व बच्चों के साथ


नुसरत जहां पति निखिल जैन व ममता बनर्जी के साथ


दिव्या स्पंदना राहुल गांधी के साथ

Comments
* The email will not be published on the website.
I BUILT MY SITE FOR FREE USING