फोटो परिचय: सीमा विस्तार के संबंध में जानकारी देते पालिकाध्यक्ष व ईओ
जालौन। वर्ष 1952 में गठित हुई जालौन नगर पालिका का अंततः 68 वर्षों बाद सीमा विस्तार हुआ। हालांकि सीमा विस्तार के बाद भी अभी क्षेत्रीय गांवों का नगर पालिका की सीमा में नहीं लिया गया है। लेकिन गांव की बाहरी सीमा तक नगर पालिका क्षेत्र का विस्तार कर दिया गया है। नगर पालिका विस्तार से क्षेत्र के लोग खुश हैं। वहीं सीमा विस्तार के बार नगर पालिका परिषद में भी मिठाई की वितरण किया गया।
वैसे तो नगरपालिका क्षेत्र के विस्तार को प्रत्येक 10 साल बाद बढ़ाए जाने का प्रावधान है। क्योंकि शहर के आसपास के सटे गांव में भी बस्तियां बसने लगती हैं और शहर से लगे होने वाले गांवों में भी काफी जनसंख्या निवास करने लगती है। यही कारण है कि इन क्षेत्रों में भी सुविधा का लाभ देने के लिए सीमा विस्तार की जरूरत पड़ती है। इससे न सिर्फ आमजन बल्कि नगर पालिका परिषद को भी लाभ होता है। सीमा विस्तार से नगर पालिका का राजस्व बढ़ता है।
25 वार्ड वाली नगर पालिका की सीमा विस्तार को लेकर प्रदेश सरकार की योगी सरकार ने वर्ष 2017 में प्रस्ताव मांगा था। जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष गिरीश कुमार गुप्ता, ईओ डीडी सिंह व एलआई चंदन सिंह के प्रयासों से नगर पालिका का सीमांकन कर प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। उक्त प्रस्ताव पर 23 दिसंबर 2020 को शासन ने मुहर लगा दी है।
इस संदर्भ में नगर पालिका कार्यालय में पालिकाध्यक्ष गिरीश कुमार गुप्ता व ईओ डीडी सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि अभी जालौन नगर के आसपास स्थित गांवों को नगर पालिका की सीमा में नहीं लिया गया है। लेकिन गांव की बाहरी सीमा तक नगर पालिका की सीमा का विस्तार किया गया है। इससे नगर पालिका की आय तो बढ़ेगी ही साथ ही परती वाली भूमि का उपयोग कर उस पर विकास योजनाओं को तैयार किया जा सकेगा। बताया कि प्रस्ताव जाने के बाद 9 अक्टूबर 2020 को अधिसूचना प्रकाशित कर आपत्तियां मांगी गई थीं। निर्धारित समय में कोई आपत्ति न आने के बाद शासन द्वारा 23 दिसंबर को नगर पालिका विस्तार का गजट प्रकाशित कर दिया गया। अब गजट में निर्धारित विस्तारित क्षेत्रफल ही नगर पालिका का क्षेत्रफल होगा। सीमा विस्तार होने से नगर पालिका कर्मियों ने मिठाई का भी वितरण किया।
जालौन।नगर पालिका परिषद का पूर्व से स्थापित क्षेत्रफल 377.539 हेक्टेयर था। अब सीमा विस्तार के बाद नगर पालिका में 758.462 हेक्टेयर भूमि अतिरिक्त जोड़ी गई है। इस प्रकार सीमा विस्तार के बाद नगर पालिका परिषद का क्षेत्रफल बढ़कर 1136.001 हेक्टेयर हो गया है।
जालौन। मौजा जालौन बाहर हद (उत्तर दिशा) में कुल 632 गाटा की 380.217 हेक्टेयर भूमि नगर पालिका विस्तार में शामिल हुई। है। दक्षिण दिशा में कुल 60 गाटा की 47.360 हेक्टेयर भूमि, दक्षिण दिशा में ही अन्य 124 गाटा की 80.350 हेक्टेयर भूमि एवं मौजा लौना (दक्षिण दिशा) की 77 गाटा की 28.210 हेक्टेयर भूमि नगर पालिका ने सीमा विस्तार के लिए चिन्हित की है। पूर्व दिशा में 200 गाटा की 119.599 हेक्टेयर भूमि एवं मौजा भिटारा (पूर्व दिशा) में 42 गाटा की 10.619 हेक्टेयर भूमि नगर पालिका में शामिल की गई। मौजा घौराखेड़ा बाहर हद (पश्चिम दिशा) में कुल 114 गाटा की 42.622 हेक्टेयर भूमि, मौजा मनकापुर बाहर हद (पश्चिम दिशा) में कुल 85 गाटा की 37.350 हेक्टेयर भूमि एवं मौजा बिरिया बुजर्ग में कुल 20 गाटा की 12.131 हेक्टेयर भूमि नगर पालिका सीमा विस्तार में आई है। इस प्रकार चारों दिशाओं में 1354 गाटा की कुल 758.462 हेक्टेयर भूमि नगर पालिका परिषद की सीमा के अंतर्गत आ गई है।
जालौन। नगर पालिका की सीमा विस्तार के साथ ही नगर पालिका का दायरा बढ़ गया है। औरैया मार्ग पर कन्हैयालाल विष्णुचरण महाविद्यालय तक, बंगरा मार्ग पर पमां बंबी तक, लौना मार्ग पर माइनर के आगे तक उरई मार्ग पर भिटारा गांव की सड़क तक, उरगांव मार्ग पर सेठ वीरेंद्र महाविद्यालय के पहले स्थित बंबा के आगे तक, हरदोई मार्ग पर जगरानी ओछेलाल बौद्ध बालिका महाविद्यालय के आगे स्थित बंबा के कुछ आगे तक नगर पालिका की सीमा बढ़ाई गई है।
नगर पालिका सीमा विस्तार को लेकर ग्राम प्रतापपुरा के पूर्व प्रधान रामप्रकाश कुशवाहा ने बताया कि नगर पालिका के स्थापना के बाद से अब तक कई चेयरमैन बने लेकिन किसी ने सीमा विस्तार की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। इससे आसपास के गांव विकास से अछूते रहे हैं। नगर पालिका परिषद की सीमा बढ़ने से प्लाॅटिंग का क्षेत्र बढ़ेगा और प्लाॅटिंग में अच्छी कीमत मिलने का भी संभावना है। साथ ही यदि आगे नगर पालिका के वार्ड आदि बढ़ते हैं तो गांवों की सीमा तक नगर पालिका की विकास योजनाएं पहुंचेंगी।
लौना गांव के किसान श्यामू बताते हैं कि नगर पालिका में सीमा विस्तार के बाद अब आसपास के गांव में भी विकास की बयार पहुंचने की संभावना है। क्योंकि गांवों की सीमा तक हुए विस्तार से गांव के लोगों को आबादी बढ़ने से रोजगार बढ़ने की उम्मीद जगी है।