जब दोस्त, दोस्त न रहा ! हत्या के मामले में कितने और किन लोगों पर दर्ज हुआ मुकदमा

जालौन। शुक्रवार की रात रुपयों के लेन देन को लेकर गोली मारकर साथी की हत्या के मामले में मृतक की मां ने 6 नामजद एवं 2 अज्ञात युवकों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी। मां की तहरीर पर पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। एक आरोपी पुलिस की पकड़ में है जिससे पूछतांछ की जा रही है, शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें बनाई गई हैं। जो संभावित ठिकानों पर आरोपियों की तलाश कर रही हैं।

      नगर के मोहल्ला रापटगंज निवासी नौशाद बरकाती और रावतान निवासी जितेंद्र यादव की आपस में गहरी दोस्ती थी। 23 हजार रुपये के लेन देन को लेकर दोनों के संबंधों में दरार पड़ गई थी। इसी को लेकर शुक्रवार की रात पहले तो दोनों के बीच मोबाइल पर झगडा हुआ। इसके बाद रात्रि करीब 11 बजे जब मामले को सुलझाने के लिए दोनों पक्षों के करीब एक दर्जन लोग गल्ला मंडी के सामने पहुंचे तो वहां बात और बिगड़ गई। जिसका नतीजा यह हुआ कि जितेंद्र पक्ष के युवाओं ने पहले तो तमंचे से फायरिंग की और जब सब तितिर बितिर हो गए तो प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जितेंद्र ने नौशाद के सिर में गोली मार दी। इसके बाद जितेंद्र व उसके साथी मौके से भाग गए। बाद में नौशाद को अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे कानपुर रेफर कर दिया गया। वहीं उपचार के दौरान शनिवार को अपरान्ह करीब 3 बजे उसकी मौत हो गई। बता दें, नौशाद पंचायत चुनाव पूर्व से 6 माह के लिए जिला बदर भी चल रहा था। 


फोटो परिचय: कब्रिस्तान के बाहर मौजूद कोतवाल उदयभान गौतम एवं अन्य

     शनिवार की देर रात जब नौशाद की मां शाहिदा कानपुर से वापस लौटी तो रात में ही आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी गई। मां शाहिदा ने तहरीर में बताया कि नौशाद की 2 वर्षीय पुत्री अनाबिया की तबियत कुछ दिनों से खराब चल रही थी। पुत्री की खराब हालत के बारे में सुनकर नौशाद 18 जून को घर आया था। 

         शुक्रवार की रात करीब 11 बजे कछोरन निवासी आशीष यादव उनके यहां आया और नौशाद को अपने साथ सेंगर काॅलोनी के पास हाईवे पर ले गया। जहां पहले से ही मौजूद बजरंग भदौरिया उर्फ अमित प्रताप निवासी रूरा, विकास सेंगर उर्फ विक्की उर्फ सोनू निवासी सिकरीराजा हाल निवास सेंगर कालोनी, बिल्ला उर्फ रोहित सिंह भदौरिया निवासी सिकरीराजा हाल निवास सेंगर कालोनी, जीतेंद्र यादव उर्फ मोटे निवासी कैलोखर ककरबई हाल निवास सेंगर कालोनी, बंटी यादव निवासी रावतान, जयकरन सेंगर कालोनी एवं 2 अज्ञात व्यक्तियों ने गाली, गलौज करते हुए थप्पड़, घूसों से मारपीट शुरू कर दी। इसी बीच जितेंद्र ने तमंचा निकालकर नौशाद के सिर में गोली मार दी।

           नौशाद का छोटा भाई शहबाज एवं मोहल्ले के ही कुछ अन्य लोग भी वहां पहुंच गए थे जिन्होंने उक्त घटना को देखा है। इन्हीं लोगों ने नौशाद को अस्पताल पहुंचाया था। कानपुर में इलाज के दौरान शनिवार को नौशाद की मृत्यु हो गई। पीड़ित मां ने कोतवाली पुलिस से आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई। वहीं, पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

      उक्त संदर्भ में कोतवाल उदयभान गौतम ने बताया कि मां की तहरीर पर 8 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपी आशीष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिससे घटना को लेकर पूछतांछ की जा रही है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं। जो आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। शीघ्र ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। 


फोटो परिचय: जितेंद्र यादव (बाएं नीली टीशर्ट में) एवं नौशाद (दाएं सफेद टीशर्ट में) के बीच दोस्ती को बयां करती तस्वीर

महज 23 हजार रुपयों की कीमत एक जान से ज्यादा निकली

-जालौन। दोस्तों के बीच लेन देन का विवाद इतना बढ़ जाएगा किसी ने सोचा भी न था। मात्र 23 हजार रुपयों के लिए एक दोस्त ने दूसरे दोस्त की जान ले ली। यदि दोनों पक्षों की ओर से समझदारी का परिचय दिया जाता तो शायद बात यहां तक नहीं पहुंचती। दोनों की दोस्ती को उक्त फोटो साबित करती है कि दोनों कभी कितने अच्छे मित्र रहे होंगे। इनके काॅमन दोस्तों के अनुसार नौशाद और जितेंद्र के बीच काफी गहरी दोस्ती थी। दोनों एक दूसरे के साथ काफी समय गुजारते थे। लेकिन इन दोनों के बीच विवाद की जड़ रुपया बन गया और इन्हीं रुपयों ने एक दोस्त के हाथों दूसरे दोस्त की हत्या करवा दी। सोचने का विषय है कि रुपये की अहमियत क्या दोस्त की जान से अधिक हो गई।  


फोटो परिचय: कब्रिस्तान के बाहर भी काफी संख्या में लोग मौजूद रहे

पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच नौशाद के शव को दफनाया गया

जालौन। लेन देन को लेकर हुए विवाद में दोस्त द्वारा ही युवक की हत्या के मामले में मृतक के शव का कानपुर में ही पोस्टमाॅर्टम कराया गया। रात करीब 2 बजे कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच मृतक का शव घर पहुंचा। सुबह 10 बजे पुलिस व पीएसी बल की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। मामला दो वर्गों के बीच का होने के चलते अधिकारी पल पल की स्थिति का जायजा लेते रहे। अंतिम संस्कार शांतिपूर्वक संपन्न होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

      कोतवाली से 700 मीटर दूर रुपयों के लेन देन को लेकर हुई नौशाद की हत्या के मामले में शनिवार को इलाज के दौरान अपरान्ह करीब 3 बजे नौशाद की कानपुर के रीजेंसी हाॅस्पिटल में मृत्यु हो गई थी। यह मामला दो वर्गों के बीच का होने के चलते पुलिस ने एतियात बरतते हुए कानपुर में ही नौशाद का पोस्टमाॅर्टम कराया था। देर रात करीब 2 बजे नौशाद का शव पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच रापटगंज स्थित उसके घर लाया। शव का दफनाने के लिए सुबह 10 बजे का समय निर्धारित किया गया। 

        इस बीच सुबह से ही एएसपी राकेश सिंह, सीओ विजय आनंद, सीओ माधौगढ़ शाहिदा नसरीन कोतवाली में पहुंच गए और पल पल की स्थिति का जायजा लेते रहे। नगर के सभी चैराहों पर पुलिस की तैनाती की गई। कोतवाल उदयभान गौतम, कुठौंद थानाध्यक्ष अरुण तिवारी, सिरसा कलार थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह, कोटरा थानाध्यक्ष योगेंद्र पटेल, चुर्खी थानाध्यक्ष मनोज मिश्रा, अपराध शाखाा से प्रमोद कुमार व जितेंद्र कुमार, महिला थाना प्रभारी नीलेश कुमारी, एसआई रानी गुप्ता, इंस्पेक्टर क्राइम अनिल कुमार, एसएसआई आनंद सिंह समेत दो प्लाटून पीएसी व फायर बिग्रेड को नगर में चप्पे चप्पे पर तैनात किया गया। कब्रिस्तान पर कोतवाल उदयभान गौतम ने कमान संभाली। सुबह लगभग साढ़े 10 बजे नौशाद का जनाजा कब्रिस्तान पहुंचा। जहां उसके शव को दफनाया गया। इस दौरान सैंकड़ों की संख्या लोग मौजूद रहे। हालांकि सबकुछ शांतिपूर्वक निपटने पर पुलिस ने राहत की सांस ली।  

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