जालौन। नगर व क्षेत्र में सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल की सेवा से उपभोक्ता परेशान हो चुके हैं। बीएसएनएल के नेटवर्क आए दिन फेल ही बने रहते हैं। इस समय स्कूल काॅलेज बंद होने से बच्चों की आॅनलाईन पढ़ाई चल रही है। कुछ लोग ब्राॅडबैंड के उपभोक्ता हैं तो कुछ लोग कंपनी की 4जी सिम का प्रयोग करते हैं। लेकिन आए दिन नटवर्क फेल होने से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। उपभोक्ता को कहीं काॅल करनी होती है तो पता चलता है कि मोबाइल में नेटवर्क नहीं आ रहे हैं। बीएसएनएल की खस्ताहाल सेवा को लेकर नगर के लोगों ने बीएसएनएल के महाप्रबंधक को शिकायती पत्र भेजकर व्यवस्थाओं को सुधारने की मांग की है साथ ही बीएसएनएल की सेवा को लेकर अपने अनुभव कुछ इस प्रकार व्यक्त किए-
नारोभास्कर निवासी मीनाक्षी दीक्षित बताती हैं कि कोरोना महामारी के चलते इस समय स्कूल बंद चल रहे हैं। जिसके चलते बच्चों की आॅन लाईन पढ़ाई चल रही है। ऐसे में उन्हें बीएसएनएल के ब्राॅड बैंड कनेक्शन से उम्मीद थी कि बच्चे बिना किसी बाधा के आॅनलाईन क्लास ले सकेंगे। लेकिन बीएसएनएल की सेवा को देखकर लगता है कि उन्हें कोई दूसरा विकल्प आजमाना होगा। क्योंकि कब नेटवर्क चले जाएं पता ही नहीं चलता है।
बैठगंज निवासी विधि अग्रवाल कहती हैं कि आज तकनीक का युग है लोग मोबाइल व इंटरनेट के आदी हो चुके हैं। लोगों को हर पल मोबाइल की आवश्यकता महसूस होती है। कहीं अपनों से बात करनी हो या कोई अच्छी सी रोसिपी ढूंढनी हो इसके लिए मोबाइल की जरूरत होती है। लेकिन आवश्यकता होने पर पता चलता है कि मोबाइल में नेटवर्क ही नहीं आ रहे हैं, तब खीझ उठती है। इसलिए सुधार की जरूरत है।
खंडेराव निवासी शशि अग्रवाल ने कहा कि बीएसएनएल में काॅल ड्राॅप की समस्या भी अधिक है। पहले तो बीएसएनएल के नेटवर्क पर काॅल करना ही मुश्किल है। ऐसे में कभी कभार फोन लग भी जाता है तो कब बीच में ही अचानक काॅल ड्राॅप हो जाए इसके बारे में बताने में कंपनी के कर्मचारी भी हाथ खड़े कर देते हैं। मेकअप टिप्स हों या अन्य कोई समस्या, इंटरनेट पर समाधान मौजूद होता है। बीएसएनएल की सेवा से वह संतुष्ट नहीं हैं।
गणेशजी निवासी निशा माहेश्वरी ने आरोप लगाया कि जहां अन्य दूरसंचार कंपनियां उपभोक्ताओं को बेहतर निर्बाध इंटरनेट और बेहतर काॅल का अनुभव प्रदान कर रही हैं। वहीं बीएसएनएल नियमित नेटवर्क तक उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। इंटरनेट आज के समय में महत्वपूर्ण है। आॅनलाईन पढ़ाई हो या अन्य कोई कार्य यदि नेटवर्क नहीं आता है तो दिक्कत होना स्वभाविक है। इसमें उच्चाधिकारियों को सुधार करना चाहिए।