जालौन। सोमवार की सुबह अनियंत्रित डंपर के नीचे आकर बस के कंडक्टर की मौत हुई। सूचना पर मौके पर पंहुची पुलिस ने जेसीबी से डंपर को ऊंचा उठवाकर पहियों के नीचे से शव को निकाला। पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमाॅर्टम के लिए भेजा। वहीं, हादसे के बाद डंपर चालक मौके से भाग निकला।
नगर के मोहल्ला शाहगंज निवासी मोहम्मद शब्बीर (45) पुत्र गनी प्रतिदिन उरई से ग्वालियर जाने वाली बस में कंडक्टर था। प्रतिदिन सुबह करीब 4 बजे वह शाहगंज स्थित अपने घर से उरई जाता था। इसके बाद शाम को वापस घर आ जाता था। नित्य की भांति सोमवार की सुबह भी वह अपनी ड्यूटी पर जाने के लिए सुबह 4 बजे अपनी बाइक से घर से निकला और लगभग सवा 4 बजे वह उरई चैराहे पर पहुंच गया। जहां उरई चैराहे पर स्थित एक कंफेक्शनरी की दुकान पर उसने अपनी बाइक को खड़ी कर दिया। इसके बाद उरई जाने के लिए किसी वाहन के इंतजार में वहीं, चैराहे पर एक किनारे खड़ा हो गया। इंतजार करते हुए लगभग साढ़े 4 बजे थे कि औरैया की ओर से एक तेज रफ्तार डंपर उरई चैराहे पर आया।
तेज रफ्तार अनियंत्रत डंपर को आता देख शब्बीर ने उससे बचने का प्रयास किया। डंपर की चपेट में आने से बचने के लिए शब्बीर सड़क किनारे एक दुकान की ओर दौड़ा लेकिन अनियंत्रित डंपर के चालक ने शब्बीर को कुचल दिया और अनियंत्रित डंपर दुकान से टकराकर खड़ा हो गया। डंपर के नीचे आए शब्बीर की मौके पर ही मौत हो गई और उसका शव डंपर के पहियों के नीचे फंस गया। हादसे के बाद जहां डंपर चालक डंपर को मौके पर छोड़कर ही भाग निकला। वहीं, आसपास मौजूद लोगों ने हादसे की सूचना कोतवाली पुलिस के साथ ही परिजनों को भी दी।
मौके पर पहुंचे कोतवाल रमेशचंद्र मिश्र, इंस्पेक्टर क्राइम विनय दिवाकर, एसएसआई आनंद सिंह, चैकी प्रभारी संजीव दीक्षित आदि ने जब शव को पहियों के नीचे दबा देखा तो उसे निकलवाने के लिए जेसीबी मंगाई गई। जेसीबी से डंपर को ऊंचा उठाकर पुलिस ने शब्बीर के शव को पहियों के नीचे से निकलवाया। इसके बाद पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमाॅर्टम के लिए भेज दिया।
जालौन। सुबह साढ़े बजे जैसे ही शब्बीर की मौत की जानकारी उसके घर पहुंची तो घर में कोहराम मच गया। अचानक घर में मचे कोहराम के चले आस पड़ोस के लोग भी जाग गए। जिसने भी घटना के बारे में सुना उसकील आखें नम हो गईं। शब्बीर के चार बेटियां और और दो बेटे हैं। जिसमें से दो बेटियों एवं 2 बेटों की शादी अभी होनी है। अब परिवार को उनके भरण पोषण की चिंता सता रही है।
जालौन। शब्बीर की मौत की खबर को सुनकर उसकी पत्नी रजिया बेहोश हो गई। जब वह होश में आई तो रोने लगी फिर उसने चुपने का नाम नहीं लिया। कह रही थी यदि वह सुबह उन्हें घर से न जाने देती तो उसके पति आज जिंदा होते। वहीं, मां हामिदा की आखें तो जैसे सुन्न हो गई थीं। उन्होंने बेटे के गम में पलक तक नहीं झपकी।
जालौन। कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला भवानीराम निवासी संजय पुरवार ने पुलिस को बताया कि उनकी देवनगर चैराहे पर दुकान स्थित है। यह दुकान पिछले कुछ समय से खाली थी। सोमवार की सुबह अनियंत्रित डंपर चालक की लापरवाही से तेज रफ्तार डंपर ने उनकी दुकान में टक्कर मार दी। जिसमें दुकान क्षतिग्रस्त हो गई है। हादसे में दुकान क्षतिग्रस्त होने से उसे लगभग 1 लाख 10 हजार रुपये का नुकसान हुआ है। पीड़ित दुकान स्वामी ने पुलिस से उसकी क्षतिग्रस्त दुकान का मुआवजा दिलाने की मांग की है।