जालौन। निवर्तमान कांग्रेस नगर अध्यक्ष ने जिले के पदाधिकारियों पर पंचायत चुनावों में आए फंड में फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए प्रियंका गांधी को पत्र लिखा। उनके द्वारा लिखा गया पत्र सोशल मीडिया में वायरल होने पर पार्टी के कार्यकर्ताओं में हड़कंप मच गया। दिन भर चर्चाओं का दौर चलता रहा।
निवर्तमान कांग्रेस नगर अध्यक्ष ने जिले के पदाधिकारियों की कार्यशैली से नाराज होकर एक सप्ताह पूर्व अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि जिले के पदाधिकारी बंद कमरों में बैठकों को निपटा लेते हैं। राष्ट्रीय व प्रदेश स्तरीय मीटिंग की सूचना भी देना मुनासिब नहीं समझते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने जिले में पार्टी की खराब स्थिति के लिए जिले के पदाधिकारियों को ही जिम्मेदार ठहराया था। अब उन्होंने जिले के पदाधिकारियों पर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए आए पार्टी फंड में फर्जीवाड़े को लेकर नया खुलासा किया है और इससे संबंधित पत्र प्रियंका गांधी को भेजा है। उनका यह पत्र शुक्रवार की रात सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद नगर में चर्चाओं का दौर चलता रहा।
सोशल मीडिया पर वायरल पत्र में निवर्तमान कांग्रेस नगर अध्यक्ष गौरीश द्विवेदी ने लिखा कि पार्टी की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए यह सवाल उठना जायज है कि कांग्रेस पार्टी आगामी चुनाव में कहां खड़ी है? हाल ही में संपन्न हुए जिला पंचायत चुनावों में पार्टी के समर्थन पर चुनाव लड़ प्रत्येक प्रत्याशी को चुनाव लड़ने के लिए एकमुश्त धनराशि भेजी गई थी। लेकिन विडंबना है कि प्रत्याशियों तक पूरी धनराशि नहीं पहुंची है। जितनी धनराशि प्रत्याशियों के लिए भेजा गया था उससे काफी कम राशि प्रत्याशियों को आवंटित की गई। जबकि धनराशि जारी करते वक्त प्रत्याशियों से पूर्ण धनराशि मिलने का वीडियो बनवा लिया गया।
लेकिन वास्तविकता में उन्हें उससे कहीं कम धनराशि दी गई। उन्होंने दावा किया कि उनके पास इन आरोपों को साबित करने के लिए प्रमाण भी हैं। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बाहर से जो भी प्रभारी बनकर जिले में आते हैं। वह पदाधिकारी किसी कार्यकर्ता के घर के रुकने के बजाय किसी 3 स्टार अथवा 5 स्टार होटल में रुकते हैं। और होटल का भुगतान जिले के कार्यकर्ताओं से करवाते हैं।
इस संदर्भ में निर्वमान कांग्रेस नगर अध्यक्ष ने बताया कि वह पिछले 20 वर्षों से पार्टी के लिए समर्पित होकर कार्य कर रहे हैं। उन्हें पार्टी से लगाव है और जिले के पदाधिकारियों ने पार्टी का जो हश्र किया है उससे वह मायूस हैं। यही वजह है कि वह ऐसी टीम के साथ काम करने में सहज महसूस नहीं कर रहे थे और उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया। आज पार्टी की जो स्थिति है उससे लगता है कि विधानसभा चुनाव में जीत केवल सपना बनकर न रहे जाए। उन्होंने अपने पत्र प्रियंका गांधी को हकीकत से रूबरू कराया है ताकि पार्टी हित मंे निर्णय लिए जा सकें।