जालौन। नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों के शपथ ग्रहण के बाद ब्लाॅक क्षेत्र में 10 ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा की बैठक संपन्न हुई। बैठक में गांव में विकास कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के लिए समितियों का गठन हुआ वहीं, दूसरी ओर विकास की रूप रेखा भी बनाई गई। कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए अभियान चलाने की भी रूपरेखा बनी।
ब्लॉक क्षेत्र के 10 गांवों में गुरुवार को ग्राम सभा की पहली बैठक हुई। अपने अपने गांवों के प्रधानों की अध्यक्षता व ग्राम पंचायत सचिव के संचालन हुई प्रथम बैठक में सर्वसम्मति से गांवों को कोरोना मुक्त बनाने का निर्णय लिया गया। ग्राम प्रधानों ने व्यापक तौर पर वैक्सीनेशन कराए जाने और गांव के गली मोहल्लों में सैनिटाइजर कराए जाने का निर्णय लिया।
बैठक में नवनिर्वाचित प्रधान सोनल तिवारी छिरिया सलेमपुर, गुड्डी देवी औरेखी, रामबाबू पटेल देवरी, कोमेश राजा धनौराकलां, नारायण सिंह इटहिया, अरविंद कुमार काशीपुरा, पुष्पेंद्र सिंह कुठौंदा बुजुर्ग, शैलजा नगरी, बुद्धश्री सहाव, शारदा उरगांव ने बताया कि वैक्सीनेशन कराने के लिए गांव में ही कैंप लगवाया जाएंगे एवं ग्रामीणों को कोरोना की जांच व वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके अलावा गांव में विकास कार्यो को सुचारू रूप से चलाने के लिए ग्राम पंचायत सदस्यों के साथ समितियों का भी गठन कर गांव के विकास की रूपरेखा बनाई गई। ग्राम पंचायत सचिव मनीष निरंजन ने बताया कि गांवों में प्रशासनिक समिति, जल प्रबंधन समिति, निर्माण कार्य समिति, शिक्षा समिति, स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन समितियों का गठन किया गया है। उक्त समिति द्वारा द्वारा प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर गांवों में विकास कार्य कराए जाएंगे।
-जालौन। इस बार ग्राम पंचायत की बैठकों में खास बात रही कि ग्राम पंचायत की बैठक में महिला प्रधानों ने भी हिस्सेदारी निभाई। महिला प्रधानों ने घूंघट की ओट में नहीं बल्कि विकास कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाई। यह एक अच्छा संकेत है। क्योंकि अभी तक माना जाता था कि महिला प्रधान नाम मात्र की ही प्रधान रहती थीं। गांव की विकास योजनाओं से संबंधित सभी निर्णय प्रधान पति अथवा उनके पुरूष प्रतिनिधि ही लेते थे। लेकिन अब धीरे धीरे ही सही बदलाव आ रहा है। जो समाज के लिए अच्छा संकेत है।